वो सड़कें सुर्ख हैं लहू के रंग में मैनें पूछा ए- रहबर क्या धर्म तुम्हारा है, वो सड़कें सुर्ख हैं लहू के रंग में मैनें पूछा ए- रहबर क्या धर्म तुम्हारा...
भारत के वीर पुत्र,तुम बढ़ो अकेले ही आगे उत्साह,उमंगो के मन ही मन तुम जोड़ो धागे। भारत भारत के वीर पुत्र,तुम बढ़ो अकेले ही आगे उत्साह,उमंगो के मन ही मन तुम जोड़ो धागे...
तुम्हारे होने से, मुझे... खुद के होने का... एहसास होता है… तुम्हारे होने से, मुझे... खुद के होने का... एहसास होता है…
तुम्हारा पता तुम्हारा पता
मैं नही बना पाती मक्के की रोटी और अफीम की भाजी तुम नही खा सकते दाल चावल रोज़ मैं नही बना पाती मक्के की रोटी और अफीम की भाजी तुम नही खा सकते दाल चावल रोज़
तुम्हारा आकाश तुम्हारा आकाश